रुपया और डॉलर दोनों अलग-अलग देशों की मुद्राएं हैं।
1. देश:
- रुपया (₹) भारत की आधिकारिक मुद्रा है।
- डॉलर ($) अमेरिका की आधिकारिक मुद्रा है, जिसे अमेरिकी डॉलर (USD) कहा जाता है।
2. मूल्य:
- 1 अमेरिकी डॉलर की कीमत भारतीय रुपये की तुलना में अधिक होती है। उदाहरण के लिए, 2025 में लगभग 1 डॉलर ≈ 83-85 रुपये के बराबर है।
- इसका मतलब है कि डॉलर की क्रय शक्ति (खरीदने की ताकत) रुपये से ज्यादा होती है।
3. उपयोग:
- रुपया का उपयोग भारत में सामान और सेवाओं की खरीद के लिए होता है।
- डॉलर को अंतरराष्ट्रीय व्यापार में प्रमुख मुद्रा माना जाता है और कई देशों में इसे विदेशी मुद्रा के रूप में स्वीकार किया जाता है।
4. नियंत्रण:
- रुपया को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) नियंत्रित करता है।
- डॉलर को अमेरिकी फेडरल रिज़र्व (Federal Reserve) नियंत्रित करता है।
निष्कर्ष:
रुपया और डॉलर दोनों ही अपने-अपने देश की आर्थिक पहचान हैं। डॉलर का वैश्विक प्रभाव अधिक है, जबकि रुपया भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।
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