प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 मई 2025 को कानपुर का दौरा किया, जहां उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में शहीद हुए शुभम द्विवेदी के परिवार से मुलाकात की। इस हमले में शुभम की पत्नी ऐशान्या के सामने आतंकवादियों ने उन्हें गोली मार दी थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कानपुर एयरपोर्ट पर शोक संतप्त परिवार से मिलकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
शुभम द्विवेदी की शहादत: एक दुखद घटना
शुभम द्विवेदी, जो कानपुर के एक व्यवसायी थे, अपनी पत्नी के साथ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में छुट्टियां मना रहे थे। मंगलवार को घुड़सवारी के दौरान आतंकवादियों ने उन्हें घेर लिया और एक इस्लामी आयत पढ़ने के लिए कहा। जब शुभम ऐसा नहीं कर पाए, तो आतंकवादियों ने उन्हें सिर में गोली मार दी। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की भावना को प्रगट किया
प्रधानमंत्री मोदी की संवेदनाएं और समर्थन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर एयरपोर्ट पर शुभम के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान उनकी पत्नी ऐशान्या भावुक हो गईं और प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें सांत्वना दी। प्रधानमंत्री ने परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और कहा कि देश उनके साथ है। इस मुलाकात ने शहीद के परिवार को थोड़ी राहत प्रदान की और यह दर्शाया कि सरकार और समाज उनके दुख में साझीदार हैं।
कानपुर में श्रद्धांजलि और सम्मान
कानपुर नगर निगम ने शहीद शुभम द्विवेदी की याद में श्याम नगर में एक पार्क और एक चौक का नाम उनके नाम पर रखने का निर्णय लिया है। महापौर प्रमिला पांडेय ने कहा कि यह कदम शुभम की शहादत को सम्मानित करने के लिए है। इसके अतिरिक्त, यदि शुभम की पत्नी ऐशान्या चाहें, तो उन्हें नगर निगम में अनुबंध के आधार पर नौकरी भी प्रदान की जाएगी। यह पहल शहीद के परिवार के प्रति समाज की सहानुभूति और सम्मान को दर्शाती है।
कानपुर दौरे का महत्व और विकास की दिशा
प्रधानमंत्री मोदी ने कानपुर में तीन बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया, जिनकी कुल लागत लगभग 47,600 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं में मेट्रो रेल परियोजना, औद्योगिक गलियारे और स्मार्ट सिटी विकास शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये परियोजनाएं कानपुर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी और रोजगार के अवसर सृजित करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और देश की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाएगा।
समाज की एकजुटता और आतंकवाद के खिलाफ संदेश
पहलगाम हमले के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन हुए और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई गई। लखनऊ, उन्नाव, झांसी, शाहजहांपुर, वाराणसी और मेरठ जैसे शहरों में लोगों ने शोक सभाएं आयोजित कीं, आतंकवादियों का पुतला फूंका और पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए। यह एकजुटता दर्शाती है कि समाज आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है और शहीदों के परिवारों के साथ ह
शुभम की शहादत ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कानपुर यात्रा और शुभम द्विवेदी के परिवार से मुलाकात ने यह स्पष्ट किया कि सरकार और समाज शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदनशील हैं। शुभम की शहादत ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की भावना को प्रगट किया और यह संदेश दिया कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कानपुर में किए गए विकास कार्यों से यह भी स्पष्ट होता है कि सरकार विकास और सुरक्षा दोनों को प्राथमिकता देती है।इस घटना ने यह भी दर्शाया कि समाज में सहानुभूति और एकजुटता की भावना जीवित है। शुभम द्विवेदी की शहादत को सम्मानित करने के लिए किए गए प्रयासों से यह साबित होता है कि हम अपने नायकों को कभी नहीं भूलते।प्रधानमंत्री मोदी की इस पहल ने यह सिद्ध कर दिया कि शहीदों के परिवारों के प्रति सरकार की जिम्मेदारी केवल शब्दों तक सीमित नहीं है, बल्कि ठोस कदमों के रूप में भी दिखती है। यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई निरंतर जारी रहेगी और हम अपने नायकों को हमेशा सम्मानित करेंगे।